नई दिल्ली।

संसदीय सचिव मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विशेष वार्ता में कहा मोदी जी दिल्ली की जनता को क्यों परेशान कर रहे है, क्यों दिल्ली में काम नहीं होने देना चाहते। जहां मोदी जी कहते है सोनिया गांधी पार्लियामेंट नहीं चलने दे रही है उन्हें हार पच नहीं रही है,जबकि मैं कहता हूं मोदी जी दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रहे उनको दिल्ली की हार पच नहीं रही है उनकी 'आम आदमी पार्टी' के डर की वजह से रातों की नींद उड़ी हुई है। मोदी जी पूरे देश के संसदीय सचिवों को छोड़कर सिर्फ दिल्ली के संसदीय सचिवों को हटाने में लगे हुए हैं, जो संसदीय सचिव निशुल्क कार्य कर रहे हैं मोदी जी उनके पीछे क्यों पड़े हुए है ? kejriwal ने कहा कि पहले यह समझने की जरूरत है कि संसदीय सचिव क्या है ? जब हमारे विधायक जीत कर आए तब हमने देखा की कई विधायकों की शिक्षा का स्तर उच्च था जिसे देखते हुए हमने उनको संसदीय सचिव का कार्यभार देकर उनको अतिरिक्त कार्य के रूप में स्कूलों, सड़कों, बिजली-पानी, अस्पतालों आदि की जिम्मेदारी दी। जिसके लिए हम उनको कोई अतिरिक्त पैसे नहीं दे रहे हैं। हमने स्कूलों की जिम्मेदारी विधायक प्रवीण देशमुख को दे रखी है जो सुबह- सुबह स्कूलों में दौरे करने निकल जाते हैं , स्कूलों में स्थिति का जायजा लेते हैं और जब कुछ गलत लगता है तो उस बात की जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को देते हैं तब मनीष स्कूल में औचक निरीक्षण कर एक्शन लेते हैं। इसी तरह अस्पतालों की जिम्मेदारी विधायक राजेश को दी हुई है जिनका रात-रात भर फोन बजता रहता है जब किसी गरीब का इलाज नहीं हो रहा होता है या उसे भर्ती नहीं किया जाता तब यह रात में अस्पताल पहुंचकर उसे भर्ती करवाते हैं । केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में ही नहीं संसदीय सचिव पूरे देश में हैं. राजस्थान में 5, हिमाचल में 6, पंजाब 24, गुजरात में 5, नगालैंड में 24 हैं इसी तरह सभी राज्यों में संसदीय सचिव हैं जिनको इस पद के लिए वेतन दिया जाता है तब वह कार्य करते हैं, उनसे मोदी जी को कोई दिक्क्त नहीं है लेकिन दिल्ली में जो संसदीय सचिव निशुल्क काम कर रहे हैं उनको हटाने पर तुले हैं। आखिर क्यों modi जी दिल्ली सरकार को काम नहीं करने देते, आखिर कब तक दिल्ली की जनता और दिल्ली सरकार को परेशान करते रहेंगे।
<><> आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह <><>
देशभर में संसदीय सचिव बनाना वैध - इस मामले पर आज आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि केंद्र केजरीवाल सरकार की राह में रोड़ा अटका रहा है। मोदी सरकार का नारा है, ना काम करूंगा और ना करने दूंगा। दिल्ली सरकार के 17 बिलों को केंद्र सरकार ने पास नहीं होने दिया। केंद्र ने इस बिल को नामंजूर कर राष्ट्रपति के पास भेजा था। हम लोगों को समाप्त करने का मोदी सरकार ने मन बना लिया। देशभर में संसदीय सचिव बनाना वैध है तो दिल्ली में क्यों नहीं। देश के कई राज्यों में संसदीय सचिव हैं।
<><> आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष <><>
मोदी जी देश में अगर किसी से डरते है तो वह नाम है अरविंद केजरीवाल । मोदी जी ज्यादातर देश से बाहर रहते है जब भारत वापस लौटते है तब उनको बढ़ती महंगाई, पंजाब में फैले नशे, गरीबी, किसानों की ख़राब स्थिति की फ़िक्र नहीं होती बल्कि यह चिंता होती है कि अरविंद केजरीवाल को कैसे बर्बाद करूं।

संसदीय सचिव मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विशेष वार्ता में कहा मोदी जी दिल्ली की जनता को क्यों परेशान कर रहे है, क्यों दिल्ली में काम नहीं होने देना चाहते। जहां मोदी जी कहते है सोनिया गांधी पार्लियामेंट नहीं चलने दे रही है उन्हें हार पच नहीं रही है,जबकि मैं कहता हूं मोदी जी दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रहे उनको दिल्ली की हार पच नहीं रही है उनकी 'आम आदमी पार्टी' के डर की वजह से रातों की नींद उड़ी हुई है। मोदी जी पूरे देश के संसदीय सचिवों को छोड़कर सिर्फ दिल्ली के संसदीय सचिवों को हटाने में लगे हुए हैं, जो संसदीय सचिव निशुल्क कार्य कर रहे हैं मोदी जी उनके पीछे क्यों पड़े हुए है ? kejriwal ने कहा कि पहले यह समझने की जरूरत है कि संसदीय सचिव क्या है ? जब हमारे विधायक जीत कर आए तब हमने देखा की कई विधायकों की शिक्षा का स्तर उच्च था जिसे देखते हुए हमने उनको संसदीय सचिव का कार्यभार देकर उनको अतिरिक्त कार्य के रूप में स्कूलों, सड़कों, बिजली-पानी, अस्पतालों आदि की जिम्मेदारी दी। जिसके लिए हम उनको कोई अतिरिक्त पैसे नहीं दे रहे हैं। हमने स्कूलों की जिम्मेदारी विधायक प्रवीण देशमुख को दे रखी है जो सुबह- सुबह स्कूलों में दौरे करने निकल जाते हैं , स्कूलों में स्थिति का जायजा लेते हैं और जब कुछ गलत लगता है तो उस बात की जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को देते हैं तब मनीष स्कूल में औचक निरीक्षण कर एक्शन लेते हैं। इसी तरह अस्पतालों की जिम्मेदारी विधायक राजेश को दी हुई है जिनका रात-रात भर फोन बजता रहता है जब किसी गरीब का इलाज नहीं हो रहा होता है या उसे भर्ती नहीं किया जाता तब यह रात में अस्पताल पहुंचकर उसे भर्ती करवाते हैं । केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में ही नहीं संसदीय सचिव पूरे देश में हैं. राजस्थान में 5, हिमाचल में 6, पंजाब 24, गुजरात में 5, नगालैंड में 24 हैं इसी तरह सभी राज्यों में संसदीय सचिव हैं जिनको इस पद के लिए वेतन दिया जाता है तब वह कार्य करते हैं, उनसे मोदी जी को कोई दिक्क्त नहीं है लेकिन दिल्ली में जो संसदीय सचिव निशुल्क काम कर रहे हैं उनको हटाने पर तुले हैं। आखिर क्यों modi जी दिल्ली सरकार को काम नहीं करने देते, आखिर कब तक दिल्ली की जनता और दिल्ली सरकार को परेशान करते रहेंगे।
<><> आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह <><>
देशभर में संसदीय सचिव बनाना वैध - इस मामले पर आज आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि केंद्र केजरीवाल सरकार की राह में रोड़ा अटका रहा है। मोदी सरकार का नारा है, ना काम करूंगा और ना करने दूंगा। दिल्ली सरकार के 17 बिलों को केंद्र सरकार ने पास नहीं होने दिया। केंद्र ने इस बिल को नामंजूर कर राष्ट्रपति के पास भेजा था। हम लोगों को समाप्त करने का मोदी सरकार ने मन बना लिया। देशभर में संसदीय सचिव बनाना वैध है तो दिल्ली में क्यों नहीं। देश के कई राज्यों में संसदीय सचिव हैं।
<><> आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष <><>
मोदी जी देश में अगर किसी से डरते है तो वह नाम है अरविंद केजरीवाल । मोदी जी ज्यादातर देश से बाहर रहते है जब भारत वापस लौटते है तब उनको बढ़ती महंगाई, पंजाब में फैले नशे, गरीबी, किसानों की ख़राब स्थिति की फ़िक्र नहीं होती बल्कि यह चिंता होती है कि अरविंद केजरीवाल को कैसे बर्बाद करूं।
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