नई दिल्ली।

पहली बार ऐसा देखा गया कि किसी मंत्री पर कोई आरोप लगा हो और वह स्वयं फाइलें लेकर जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित हुआ हो। पहले किसी मंत्री या विधायक पर कोई आरोप लगता था तब वह इधर-उधर भागता था, लेकिन दिल्ली के परिवहन मंत्री ने नई मिसाल पेश की। जब उनके ऊपर प्रीमियम बस स्कीम के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा तब वह मंगलवार को स्वयं प्रीमियम बस स्कीम से जुडी फाइलें लेकर एसीबी प्रमुख मीणा के पास पहुंचे और फाइलों की जांच करवाई। इस दौरान एसीबी कार्यालय के बाहर सेकड़ो 'आप' कार्यकर्ता इकट्टा हो गए और भाजपा विरोधी नारे लगाने लगे । एसीबी को फाइलों में कुछ नहीं मिला, इस घटनाक्रम में यह सवाल उठता है जब कोई स्कीम चालू ही नहीं हुई तो उसमे भ्रष्टाचार कैसे हो सकता है ? फिलहाल भाजपा ने 'आप' और दिल्ली की जनता को दुखी करने जिम्मा उठा लिया है। मोदी जी न खुद काम करते हैं और न किसी और को ही करने देते हैं। खासतौर से दिल्ली में हारने के बाद तो जैसे उन्होंने अपने अहम् पर लगे घाव को नासूर बना लिया है । जब arvind kejriwal सरकार कांग्रेस भाजपा के भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करना चाहती थी तब तो एसीबी छीन ली, और अब उसी ACB का दुरुपयोग दिल्ली सरकार की जनहित योजनाओं के बीच आकर जनता का अहित करने के लिए कर रहे हैं।

पहली बार ऐसा देखा गया कि किसी मंत्री पर कोई आरोप लगा हो और वह स्वयं फाइलें लेकर जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित हुआ हो। पहले किसी मंत्री या विधायक पर कोई आरोप लगता था तब वह इधर-उधर भागता था, लेकिन दिल्ली के परिवहन मंत्री ने नई मिसाल पेश की। जब उनके ऊपर प्रीमियम बस स्कीम के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा तब वह मंगलवार को स्वयं प्रीमियम बस स्कीम से जुडी फाइलें लेकर एसीबी प्रमुख मीणा के पास पहुंचे और फाइलों की जांच करवाई। इस दौरान एसीबी कार्यालय के बाहर सेकड़ो 'आप' कार्यकर्ता इकट्टा हो गए और भाजपा विरोधी नारे लगाने लगे । एसीबी को फाइलों में कुछ नहीं मिला, इस घटनाक्रम में यह सवाल उठता है जब कोई स्कीम चालू ही नहीं हुई तो उसमे भ्रष्टाचार कैसे हो सकता है ? फिलहाल भाजपा ने 'आप' और दिल्ली की जनता को दुखी करने जिम्मा उठा लिया है। मोदी जी न खुद काम करते हैं और न किसी और को ही करने देते हैं। खासतौर से दिल्ली में हारने के बाद तो जैसे उन्होंने अपने अहम् पर लगे घाव को नासूर बना लिया है । जब arvind kejriwal सरकार कांग्रेस भाजपा के भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करना चाहती थी तब तो एसीबी छीन ली, और अब उसी ACB का दुरुपयोग दिल्ली सरकार की जनहित योजनाओं के बीच आकर जनता का अहित करने के लिए कर रहे हैं।
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