राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते कनु गांधी जी का सोमवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. कनुभाई लंबे समय से गुजरात के सूरत अस्पताल में भर्ती थे. कनु रामदास गांधी नासा में वैज्ञानिक भी रह चुके हैं.
कनुभाई गांधी की वहीं हैं जो एक तस्वीर में गांधीजी की छड़ी पकड़कर आगे चलते हुए दिखाए देते हैं. ये तस्वीर उस समय की है, जब गांधीजी ने दांडी यात्रा की थी. कनु गांधी लंबे समय से बीमार थे. गौरतलब है कि कनुभाई गांधी पिछले कई दिनों से सूरत के अस्पताल में वेंटीलेटर पर थे. कनुभाई गांधी को दिल का दौरा पड़ने और लकवा मारने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
कनुभाई सूरत के पार्ले प्वाइंट पर राधाकृष्ण मंदिर के संतनिवास में रह रहे थे. कनुभाई तीन साल पहले अमेरिका से भारत लौट आए थे. कनुभाई शुरुआत में दिल्ली, वर्धा, नागपुर के बाद मरोली गांधी आश्रम में रहे थे. इसके बाद वो सूरत के एक वृद्धाश्रम में भी कुछ महीना रहे, लेकिन फिर दिल्ली चले थे.
कनुभाई गांधी की वहीं हैं जो एक तस्वीर में गांधीजी की छड़ी पकड़कर आगे चलते हुए दिखाए देते हैं. ये तस्वीर उस समय की है, जब गांधीजी ने दांडी यात्रा की थी. कनु गांधी लंबे समय से बीमार थे. गौरतलब है कि कनुभाई गांधी पिछले कई दिनों से सूरत के अस्पताल में वेंटीलेटर पर थे. कनुभाई गांधी को दिल का दौरा पड़ने और लकवा मारने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
कनुभाई सूरत के पार्ले प्वाइंट पर राधाकृष्ण मंदिर के संतनिवास में रह रहे थे. कनुभाई तीन साल पहले अमेरिका से भारत लौट आए थे. कनुभाई शुरुआत में दिल्ली, वर्धा, नागपुर के बाद मरोली गांधी आश्रम में रहे थे. इसके बाद वो सूरत के एक वृद्धाश्रम में भी कुछ महीना रहे, लेकिन फिर दिल्ली चले थे.
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