चांदुर रेल्वे-: (शहेजाद खान )-/

स्थानीय रेल बुकींग खिडकी पर हर दिन महिलाएं, बुजुर्ग तथा याञीयों को चिल्लर पैसे के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पडता है. सुबह 4.40 को छुटने वाली पॅसेंजर गाडी के समय याञीयों को चिल्लर की परेशानी का ज्यादा सामना करना पडता है. बुकींग क्लर्क चिल्लर नही कहकर अपना पल्ला झाड देता है. पर याञी इतनी सुबह चिल्लर पैसे लायेतो कहां से. रेल्वे स्टेशन के बाहर चलने वाली चाय, पानटपरी की दुकान पर भी चिल्लर नही मिलती है. इस वजह से एक तो याञी को अपने छुटे पैसे बुकींग क्लर्क के पास छोडना पडता है या तो उसे बिना टिकट यात्रा करना पडता है. कई याञी बिना टिकट यात्रा करने से बचने के लिए बुकिंग खिडकी पर अपने छुटे पैसे छोड जाते है. रात बारह बजे बुकींग क्लर्क हिसाब कर पुरे पैसे स्टेशन मास्टर के पास जमा कराते है,जब चिल्लर की दिकत यह रोजाना की परेशानी बन गई है तो स्टेशन मास्टर के पास चिल्लर की बजाय बडी नोटोका ही हिसाब जमा कराना चाहिए. इस सभी के चलते बुकींग क्लर्क के बारें में शिकायत पुस्तिका में शिकायत का सिलसिला हूँ ही चल रहा है. पर इस शिकायतो पर किसी भी तरह की कार्यवाही न होने से बुकिंग क्लर्क की हिम्मत बड रही है. स्टेशन मास्टर इसकी ओर ध्यान दे ऐसी यात्रीयों ने मांग की है.
बुकिंग खिडकी पर बाहेर गांव के दलालों की मनमानी-:
चांदूर रेल्वे स्टेशन की बुकिंग खिडकी पर स्थानीय लोगों की भिड कम रहती है, इस वजह से बडनेरा, अमरावती, धामणगाव तथा चांदूर रेल्वे के स्थानिक दलाल बुकींग खिडकी के बाबुसे साठगांठ कर रिजर्वेशन में गडबडी करते है ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है. इसपर रोक लगाना जरूरी है..

स्थानीय रेल बुकींग खिडकी पर हर दिन महिलाएं, बुजुर्ग तथा याञीयों को चिल्लर पैसे के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पडता है. सुबह 4.40 को छुटने वाली पॅसेंजर गाडी के समय याञीयों को चिल्लर की परेशानी का ज्यादा सामना करना पडता है. बुकींग क्लर्क चिल्लर नही कहकर अपना पल्ला झाड देता है. पर याञी इतनी सुबह चिल्लर पैसे लायेतो कहां से. रेल्वे स्टेशन के बाहर चलने वाली चाय, पानटपरी की दुकान पर भी चिल्लर नही मिलती है. इस वजह से एक तो याञी को अपने छुटे पैसे बुकींग क्लर्क के पास छोडना पडता है या तो उसे बिना टिकट यात्रा करना पडता है. कई याञी बिना टिकट यात्रा करने से बचने के लिए बुकिंग खिडकी पर अपने छुटे पैसे छोड जाते है. रात बारह बजे बुकींग क्लर्क हिसाब कर पुरे पैसे स्टेशन मास्टर के पास जमा कराते है,जब चिल्लर की दिकत यह रोजाना की परेशानी बन गई है तो स्टेशन मास्टर के पास चिल्लर की बजाय बडी नोटोका ही हिसाब जमा कराना चाहिए. इस सभी के चलते बुकींग क्लर्क के बारें में शिकायत पुस्तिका में शिकायत का सिलसिला हूँ ही चल रहा है. पर इस शिकायतो पर किसी भी तरह की कार्यवाही न होने से बुकिंग क्लर्क की हिम्मत बड रही है. स्टेशन मास्टर इसकी ओर ध्यान दे ऐसी यात्रीयों ने मांग की है.
बुकिंग खिडकी पर बाहेर गांव के दलालों की मनमानी-:
चांदूर रेल्वे स्टेशन की बुकिंग खिडकी पर स्थानीय लोगों की भिड कम रहती है, इस वजह से बडनेरा, अमरावती, धामणगाव तथा चांदूर रेल्वे के स्थानिक दलाल बुकींग खिडकी के बाबुसे साठगांठ कर रिजर्वेशन में गडबडी करते है ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है. इसपर रोक लगाना जरूरी है..
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