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तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल अगले तीन सालों में भारत में अपने एंड्राइड पर करीब 20 लाख डेवलपरों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य बनाया है. ताकि देश की प्रतिभाओं का फायदा उठाया जा सके.गूगल के वाइस प्रेसीडेंट सीजर सेनगुप्ता ने मीडिया से बात में कहा, ‘अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए 2018 तक भारत के दुनिया का सबसे बड़ा डेवलपर केंद्र बन जाने की उम्मीद है. यहां करीब 40 लाख डेवलपर होंगे, लेकिन इसमें से मात्र 25 प्रतिशत डेवलपर ही मोबाइल के लिए काम कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य भारत को दुनिया में एप बनाने में ग्लोबल लीडर बनाना है'.
उन्होंने कहा, ‘हमने एंड्राइड फंडामेंटल्स पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. इसे सभी सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के प्रशिक्षण केंद्रों पर उपलब्ध कराया जाएगा.’
गूगल में डेवलपर प्रशिक्षण के प्रमुख पीटर लुबर्स ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य अगले तीन सालों में 20 लाख लोगों को प्रशिक्षित करना है. यह प्रशिक्षण छात्रों के साथ-साथ अपने करियर के मध्य वाले डेवलपरों के लिए भी उपलब्ध होगा.
गूगल की वैश्विक प्रतिद्वंदी एपल भी भारत में अपने आईओएस मोबाइल को गति देने के लिए भारी निवेश कर रही है. मई में उसने बेंगलुरू में एक सॉफ्टवेयर लैब की स्थापना की घोषणा की थी. जो आईओएस के लिए काम करने वाले डेवलपरों और स्टार्टअपों को सहायता उपलब्ध कराएगा.
लुबर्स ने कहा कि गूगल ने एमिटी विश्वविद्यालय, लवली प्रोफेशनल युनिवर्सिटी, जीडी गोयनका विश्वविद्यालय और रायत बहरा विश्वविद्यालय के साथ करार किया है. इसके अलावा एजुरेका, कोएनिग, मनिपाल ग्लोबल, सिंपलीलर्न, यूडासिटी और अपग्राड के सज्ञथ भी उसने साझेदारी की है जो भारत में एंड्राइड प्रशिक्षण देने वाले अधिकृत प्रशिक्षक होंगे.
इसके अलावा गूगल ने एक रोजगारपरक सहायक एंड्राइड डेवलपर प्रमाणपत्र कार्यक्रम शुरू किया है जिसमें प्रदर्शन आधारित परीक्षा के बाद प्रतिभागियों को शुरूआती एंड्राइड डेवलपर की नौकरी मिलेगी.
तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल अगले तीन सालों में भारत में अपने एंड्राइड पर करीब 20 लाख डेवलपरों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य बनाया है. ताकि देश की प्रतिभाओं का फायदा उठाया जा सके.गूगल के वाइस प्रेसीडेंट सीजर सेनगुप्ता ने मीडिया से बात में कहा, ‘अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए 2018 तक भारत के दुनिया का सबसे बड़ा डेवलपर केंद्र बन जाने की उम्मीद है. यहां करीब 40 लाख डेवलपर होंगे, लेकिन इसमें से मात्र 25 प्रतिशत डेवलपर ही मोबाइल के लिए काम कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य भारत को दुनिया में एप बनाने में ग्लोबल लीडर बनाना है'.
उन्होंने कहा, ‘हमने एंड्राइड फंडामेंटल्स पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. इसे सभी सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के प्रशिक्षण केंद्रों पर उपलब्ध कराया जाएगा.’
गूगल में डेवलपर प्रशिक्षण के प्रमुख पीटर लुबर्स ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य अगले तीन सालों में 20 लाख लोगों को प्रशिक्षित करना है. यह प्रशिक्षण छात्रों के साथ-साथ अपने करियर के मध्य वाले डेवलपरों के लिए भी उपलब्ध होगा.
गूगल की वैश्विक प्रतिद्वंदी एपल भी भारत में अपने आईओएस मोबाइल को गति देने के लिए भारी निवेश कर रही है. मई में उसने बेंगलुरू में एक सॉफ्टवेयर लैब की स्थापना की घोषणा की थी. जो आईओएस के लिए काम करने वाले डेवलपरों और स्टार्टअपों को सहायता उपलब्ध कराएगा.
लुबर्स ने कहा कि गूगल ने एमिटी विश्वविद्यालय, लवली प्रोफेशनल युनिवर्सिटी, जीडी गोयनका विश्वविद्यालय और रायत बहरा विश्वविद्यालय के साथ करार किया है. इसके अलावा एजुरेका, कोएनिग, मनिपाल ग्लोबल, सिंपलीलर्न, यूडासिटी और अपग्राड के सज्ञथ भी उसने साझेदारी की है जो भारत में एंड्राइड प्रशिक्षण देने वाले अधिकृत प्रशिक्षक होंगे.
इसके अलावा गूगल ने एक रोजगारपरक सहायक एंड्राइड डेवलपर प्रमाणपत्र कार्यक्रम शुरू किया है जिसमें प्रदर्शन आधारित परीक्षा के बाद प्रतिभागियों को शुरूआती एंड्राइड डेवलपर की नौकरी मिलेगी.
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